आरज़ूओं ने आज अरमानों की चिताओं पे दर्द भरा काष्ठीय मरहम लगाया है। आरज़ूओं ने आज अरमानों की चिताओं पे दर्द भरा काष्ठीय मरहम लगाया है।
रखो उमंग को संग ज़रा , ज़रा और बढ़ाओ आस परिश्रम के घरौंदे में ही है सफलता का वास नयी उमंग से करो एक नयी... रखो उमंग को संग ज़रा , ज़रा और बढ़ाओ आस परिश्रम के घरौंदे में ही है सफलता का वास नय...
मेरे आँखों में तेरा साया हैं मेरे आँखों में तेरा साया हैं
मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में
हर लम्हा हर लम्हा
गली में गली, गली में गली,,,, गली से होकर,घाट पर चला,,,, बढ़ा हुआ था, गंगा जी का प्रव गली में गली, गली में गली,,,, गली से होकर,घाट पर चला,,,, बढ़ा हुआ था, गंगा ...